पुस्तक 'पर्यटकों का ननिहाल' आपको हिमाचली पर्यटन की एक छोटी-सी झलक दिखाने का प्रयास भर है। इस पुस्तक में शामिल पर्यटन स्थलों से संबंधित हर संभव जानकारी जुटाने की कोशिश की गई है। फिर भी कुछ छूटता है तो उसे पाठकों के सुझावों से पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। आप नए रमणीय स्थानों की खूबसूरती संग रहस्य, रोमांच, रोचकता और आस्था के कई किस्सों से परिचित होंगे। यह पुस्तक अवश्य ही आपके कदम घुमक्कड़ी के लिए तैयार करेगी। मुझे घूमने का शौक हमेशा से ही रहा। मेरी लेखन की शुरुआत भी फीचर से ही हुई है। फीचर लेखन एक अलग ही आनंद देता है। इसी का ही परिणाम यह पुस्तक है। इस पुस्तक का है। खूबसूरत शीर्षक सुझाने के लिए मैं कवि मित्र गणेश गनी का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। साथ ही, उन सभी मित्रों यथा बीरबल शर्मा, उरसेम लता, रेखा गक्खड़, हरिकृष्ण शर्मा, मोहन शर्मा, रवि गौतम, जगजीत आजाद, विकास महाजन, राकेश भारद्वाज, मान सिंह, रमेश मस्ताना, पौमिला ठाकुर, भीम वर्मा, शोभना चौधरी, संजू उर्फ़ चाचू, मनु का हृदयतल से शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझे उस समय तस्वीरों की सौगात भेजी जब मेरे अपने फोटो किन्हीं कारणों से मेरे पास नहीं थे।